मानवीय संवेदनाओं, जोश और जज्बे से भरी है फिल्म '83'
अभिनेता रणवीर सिंह की बहुप्रतीक्षित फिल्म '83' सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म में अभिनेता रणवीर सिंह के अलावा दीपिका पादुकोण और पंकज त्रिपाठी भी लीड रोल में हैं।
उनके साथ बोमन ईरानी, ताहिर राज भसीन, जीवा, साकिब सलीम, जतिन सरना जैसे कलाकारों से सजी इस फिल्म में वो सबकुछ है जिसका क्रिकेटर कपिल देव और रणवीर सिंह के फैंस को इंतजार था।
25 जून 1983 को भारतीय क्रिकेट टीम ने लंदन के लॉर्ड्स स्टेडियम में जो इतिहास रचा, उस पर हर भारतीय को गर्व है और इसी गर्व को दोबारा महसूस करने का मौका देती है
रणवीर सिंह की फिल्म '83'। मौजूदा दौर में जब सिने दर्शक थियेटर से लगभग दूरी बना चुके हैं वैसे समय में भी ये फिल्म दर्शकों को थियेटर में खींचने पर मजबूर करती है।
इसकी खास वजह ये है कि फिल्म ‘83’ क्रिकेटरों के मानवीय संवेदनाओं, जोश और जज्बे की कहानी बयां करती है। इस फिल्म के निर्देशक कबीर खान ने ये फिल्म वहां से शुरू की है
जहां क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पास वर्ल्ड कप खेलने का न्यौता आता है और खत्म वहां की है जिसके बारे में पूरा देश और दुनिया के किसी भी कोने में बसा क्रिकेट प्रेमी भारतीय जानता है।
कबीर खान ने किसी भी खिलाड़ी की निजी जिंदगी में जाने का रिस्क नहीं लिया। डीओपी असीम मिश्रा की सिनेमैटोग्राफी
सिनेमाहॉल में बैठे हुए दर्शकों को स्टेडियम में होने का एहसास कराती है और यही इस फिल्म की सफलता का राज़ है।
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय