किनवट में भाजी मार्केट और सुभाष नगर रोड रेलवे पटरी के नीचे वाले पुल के पास बहुत ज्यादा मटका बाजार चालू है हर तरफ मटका बाजार पत्ते क्लब एक बूढ़ी महीला ने कहा देखो
मटका बाजार से युवा पीढ़ी चोरी कर रही है और हर तरफ चोरी की वारदातें सुनाई दे रही है
मगर हमारा किनवट किस रास्ते जा रहा है यह कोई भी नहीं देख रहा है ना कोई आवाज उठा रहा है
किनवट की जनता बर्बाद वह परेशान हो रही है मगर हंसने वाले हंस रहे हैं और रोने वाले रो रहे हैं
किनवट का भाजी मार्केट मटका बाजार के नाम से जाना जा रहा है यह बहुत अफसोस की बात है
हमारे किनवट को किसकी नजर लगी अवैध धंधों ने जकड़ लिया है ऐसा कि नोट की जनता और महिलाएं बोल रही है
मगर इस तरह कोई आवाज उठाने के लिए तैयार नहीं बच्चे बूढ़े महिलाएं रो रहे हैं
हमें अवैध धंधों से बचाओ हर तरफ गुटखा तंबाकू शराब गांजा पत्तों के क्लब ने जकड़ रखा है
ऐसा की जनता कह रही है देखते हैं आने वाले दिनों में और क्या होता है ऐसा महिलाएं कह रही है
किनवट के भाजी मार्केट में जगह-जगह टेबल लगाकर दुकान खोल कर लोगों को पुकार पुकार कर मटका ले लो मटका ले लो मटका बाजार मटका बाजार खेलो मटका बाजार आओ इधर मटका बाजार ऐसा पुकारते हुए सुनाई दे रहा है
मगर किनवट पुलिस खामोश इस तरफ कौन सा नेता आवाज उठाएगा ऐसा कीनवट की जनता कह रही है
किनवट की जनता मटका बाजार से बहुत ज्यादा परेशान है
लेकिन इस तरह आवाज उठाने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है
किनवट की जनता यह सब तमाशा देखते हुए अफसोस जाहिर कर रही है
मगर पुलिस इस तरफ आंख बंद करके जाति नेता बि चुप है और दूसरे देखने वाले लोग ऐसा की किंनवट की जनता कह रही है हर तरफ मटका बाजार की धूम मची हुई है
मटका बाजार खेलो खेलो ले लो ले लो हर तरफ मटका बाजार खेलते हुब लोग दिखाई दे रहे हैं और मटका बाजार के किंग
किनवट की जनता को लूटते हुए दिखाई दे रहे हैं किनवट की जनता लूट रही है बर्बाद हो रही है
मगर आवाज उठाने वाला कोई नहीं है
पुलिस नेता को काम करने वाली महिलाएं रो-रोकर कहे रही है घर के लोग बर्बाद हो रहे हैं हम को परेशान कर रहे हैं